
संगठन के पदाधिकारियों से लेकर कई मंत्रियों के बदले जाने की खबरें तैरती

लखनऊ : प्रदेश में भाजपा सरकार और संगठन में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ के मंडलीय दौरों के बीच सोमवार को संगठन के पदाधिकारियों से लेकर कई मंत्रियों के बदले जाने की खबरें तैरती रहीं। सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दिल्ली बुलाने की खबरें वायरल होती रहीं। इसराजधानी में सियासी तापमान भी बढ़ गया। हालांकि देर शाम केशव ने खुद साफ किया कि वह लखनऊ में ही मौजूद है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। कुछ मंत्रियों की या तो छुट्टी हो सकती है या पर कतरे जा सकते हैं। पिछले दिनों नौकरशाह से राजनेता बने पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी अरविंद कुमार शर्मा की योगी से भेंट के बाद से सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। पीएम ने वाराणसी में उनके कोरोना प्रबंधन की जिस तरह तारीफ की है, माना जा रहा है कि उन्हें मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार और संगठन में फेरबदल करने के लिए मंथन कर रहा है। इसे लेकर नई दिल्ली में भाजपा व संघ नेताओं की रविवार बैठक भी हुई। सूत्रों की मानें तो अगले महीने संगठन व सरकार में फेरबदल हो सकता है।
पंचायत और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के चुनाव 15 जून के बाद कराए जाएंगे

लखनऊ : पंचायत और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के चुनाव 15 जून के बाद कराए जाएंगे। 10 जुलाई तक दोनों चुनाव संपन्न कराने की तैयारी है। सरकार ने कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए 15 जून से 10 जुलाई के बीच इन दोनों चुनाव को कराने की योजना बनाई है। वहीं राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि यदि कोरोना कर्फ्यू 31 मई के बाद आगे नहीं बढ़ाया गया तो चुनाव प्रक्रिया जून के दूसरे सप्ताह से भी शुरू की जा सकती है।प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सहित विपक्षी दलों को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करनी है। इस चुनाव में क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत अध्यक्षों की बड़ी भूमिका होगी। लिहाजा सभी दल इनके चुनाव जल्द कराने के पक्ष में हैं। जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने के बाद भाजपा ने प्रदेश की 50 जिला पंचायतों में अपना बोर्ड बनाने की रणनीति बनाई है। पार्टी के पदाधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष के दावेदार, प्रदेश सरकार के मंत्री अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के साथ प्रभार वाले जिलों में निर्दलीय सदस्यों से संपर्क कर उन्हें भाजपा में शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी जहां आवश्यकता होगी वहां पर प्रभावशाली निर्दलीय को भी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को उम्मीद है कि 50 जिलों में भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हो जाएंगे।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग

लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलित किसानों के विरोध दिवस के समर्थन का एलान किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से किसानों के साथ वार्ता कर उनकी समस्याओं का हल निकालने की मांग की है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर देश के किसान कोरोना काल में भी लगातार आन्दोलित हैं। उन्होंने आन्दोलन के 6 महीने पूरे होने पर 26 मई को आयोजित देशव्यापी विरोध दिवस के समर्थन का एलान किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र को भी इनके प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है। बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि देश के किसानों के प्रति केन्द्र का रवैया अभी तटकराव का ही रहने से गतिरोध बना हुआ है। इससे दिल्ली के पड़ोसीे राज्यों में स्थिति काफी तनावपूर्ण है। उन्होंने केंद्र सरकार से आन्दोलित किसानों से वार्ता कर व इनकी समस्या का हल निकालने की मांग की है।
11 सेट में धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा एडीए में जमा, 300 बेड के अस्पताल के साथ गरीबों के भोजन की भी व्यवस्था

लखनऊ : इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने अयोध्या के धन्नीपुर गांव में अपनी प्रस्तावित परियोजना का नक्शा सोमवार को अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) को सौंप दिया है। अयोध्या फैसले के तहत धन्नीपुर में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पांच एकड़ भूमि पर एक मस्जिद और अन्य सुविधाएं विकसित की जानी हैं। अब अयोध्या विकास प्राधिकरण शासन को पत्र लिख कर ऑफ लाइन नक्शा पास करने की अनुमति मांगेगा। इंडो इस्लामिक कल्चरल के ट्रस्टी कैप्टन अफजाल अहमद खान ने सोमवार को अपराह्न अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें अयोध्या के धन्नीपुर गांव में ट्रस्ट की प्रस्तावित परियोजना के बारे में चर्चा की। इसमें बताया गया है कि पांच एकड़ भूमि पर 300 बेड का सुस्पेशियलिटी अस्पताल, एसामुदायिक रसोई जो रोजाना लगभग एक हजार लोगों को खिलाएगी, महान स्वतंत्र सेनानी शहीद मौलअहमदुल्ला शाह के नाम पर अनुसंधान केंद्र व मस्जिद जो एक बार में दो हजार नमाजियों को समायोजित करने वाली शामिल है। उन्होंने बताया कि ग्यारह सेटों में नक्शे अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह को सौंपे गए हैं। ट्रस्ट ने मानचित्र की स्वीकृति के लिए प्रोसेसिंग फीस के रूप में 89 हजार रुपये भी जमा करा दिए हैं। ट्रस्टी कैप्टन अफजाल ने बताया कि परियोजना का नक्शा आकार में बड़ा है और सामान्य मानचित्रों से बहुत अलग है इसलिए इसे ऑनलाइन अप्लाई नहीं किया जा सका। इसलिए अयोध्या विकास प्राधिकरण से मानचित्र को ऑफलाइन स्वीकृत करने का अनुरोध किया गया है।
कैप्टन अफजाल ने आयकर विभाग द्वारा इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को 80 जी का टैक्स छूट प्रमाणपत्र जारी न करने पर भी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया इसके कारण ट्रस्ट के लिए दान रुका हुआ है और यह हमारी परियोजना को शुरू करने में बाधा बन रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार और वित्त मंत्रालय से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टी कैप्टन अफजाल अहमद की ओर से 11 सेटों में धन्नीपुर परियोजना का नक्शा सोमवार को जमा किया गया है। अब प्राधिकरण शासन को पत्र लिखकर ऑफ लाइन नक्शा जारी करने की अनुमति लेगा। साथ ही प्राधिकरण की टीम नक्शा पास होने के समस्त शुल्कों का निर्धारण करके जल्द ही ट्रस्ट को अवगत करा देगा।
माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में सरफेस लैपटॉप 4 लॉन्च किया

देश में हाइब्रिड लैपटॉप की मांग को करेगा पूरा
लखनऊ : माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने आज भारत के अपने कमर्शियल और पढ़ाई करने वाले ग्राहकों के लिए सरफेस लैपटॉप-4 लॉन्च करने की घोषणा की। ग्राहक ऑथोराइज्ड खुदरा विक्रेताओं और अमेज़न के ज़रिए ये लैपटॉप खरीद सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के अलग-अलग तरह के लैपटॉप्स के पोर्टफोलियो में शामिल इस बिल्कुल नए लैपटॉप को घर से काम करने वालों या घर पर पढ़ाई करने वाले ग्राहकों के साथ-साथ हाइब्रिड वातावरण में काम करने वाले ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है। इसके ज़रिए यूज़र्स अपने वर्कप्लेस से दूर रहकर भी काम करने के नए तरीके के हिसाब से ख़ुद को आसानी से ढ़ाल सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर राजीव सोढ़ी ने कहा हमें भारत में नए सरफेस लैपटॉप-4 को लॉन्च करके बहुत खुशी हो रही है।
इस लैपटॉप के ज़रिए हम काम करने और सीखने के हाइब्रिड तरीके के हिसाब से बने उत्पादों और सोल्यूशंस की अपनी लाइप-अप का विस्तार कर रहे हैं। सरफेस लैपटॉप-4 माइक्रोसॉफ्ट की मीटिंग और उससे जुड़ी नई एक्सेसरीज के साथ आता है जिनके ज़रिए यूज़र्स वर्तमान हाइब्रिड वातावरण के बीच आसानी के काम कर सकते हैं। हमारी नई लाइन-अप हाइब्रिड युग में यूज़र्स को काम करने में सहायता देने के लिए अपनी बेहतरीन मोबिलिटी, बेहतर प्रदर्शन और एंटरप्राइज़-ग्रेड सुरक्षा फीचर्स के साथ आती है। सरफेस लैपटॉप-4 को माइक्रोसॉफ्ट का बेहतर अनुभव लेने के हिसाब से बनाया गया है। इसमें पिछले मॉडल के प्रसिद्ध डिजाइन, डिटेल्स और मैटेरियल का इस्तेमाल किया है। इसके 13.5”और 15” के दोनों ही मॉडल्स में 32 पिक्सेलसेन्स हाईकंट्रास्ट टचस्क्रीन डिस्प्ले के साथ डॉल्बी एटमॉसन्न् ओमनीसोनिक स्पीकर दिया गया है।
इस लैपटॉप पर अपनी पसंदीदा फिल्म और शो को देखते समय यूज़र्स को सिनेमाई अनुभव मिलता है। सरफेस लैपटॉप-4 में कम रोशनी में काम करने की क्षमता वाला ज़बरदस्त बिल्ट-इन एचडी फ्रंट-फेसिंग कैमरा दिया गया है। इसमें स्टूडियो माइक्रोफोन लगा है जिससे मीटिंग के समय बहुत आसानी होती है। इसमें जेस्चर सपोर्ट के साथ आने वाला बड़े आकार का ट्रैकपैड भी है, जिससे यूज़र्स अपने पसंदीदा वर्कफ्लोके हिसाब से आसानी से एडजस्ट कर सकते हैं। ये लैपटॉप 11वीं जनरेशन के इंटेल कोर प्रोसेसर, या राडिओन ग्राफ़िक्स माइक्रोसॉफ्ट सरफेसो एडिशन (8 कोर) के साथ एएमडी रेज़न मोबाइल प्रोसेसर में उपलब्ध है। यह डिवाइस ऑफिस, घर, कॉफी शॉप या क्लासरूम में मल्टीटास्किंग की ज़रूरतों को पूरा करेगी। हमारे ग्राहकों की सुरक्षा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सरफेस लैपटॉप 4 इंटीग्रेटेड हार्डवेयर, फर्मवेयर, सॉफ्टवेयर और आइडेंटिटी प्रोटेक्शन के साथ आता है और इसमें सुरक्षा की ज़बरदस्त व्यवस्था की गई है। डेटा रिटेंशन के लिए यूज़र्स हटाई जा सकने वाली हार्ड ड्राइव के ज़रिए संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं। क्लाउड-फर्स्ट डिवाइस डिप्लॉयमेंट और मैनेजमेंट के ज़रिए फर्मवेयर लेयर तक ज़्यादा सुरक्षा और कंट्रोल हासिल होता है। लैपटॉप प्लैटिनम और काले रंगों में अलकैनतरा या मेटल फिनिश में आता है।
फ्लिपकार्ट ने 23 हजार नये कर्मचारियों के

साथ अपनी सप्लाई चेन को बनाया मजबूत
ई कॉमर्स सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने
के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को नौकरी पर रखा
लखनऊ : भारत का स्वदेशी मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट पूरे देश में सुरक्षित तरीके से उत्पादों को पहुंचाने के लिए अपनी सप्लाई चेन को मजबूत बना रहा है और इससे सप्लाई चेन में रोज़गार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। मार्च से मई 2021 के तीन महीनों में फ्लिपकार्ट ने पूरे देश में डिलीवरी एग्जीक्यूटिव्स सहित अपनी सप्लाई चेन से जुड़ी अलग अलग जिम्मे्दारियों के लिए 23,000 लोगों को नौकरी पर रखा है। फ्लिपकार्ट में सप्लाई चेन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, हेमंत बद्री ने कहा फ्लिपकार्ट में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सुरक्षित और मजबूत सप्लाई चेन के ज़रिए ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। महामारी के कारण लोग अपने घरों में रह रहे है इसलिए देश भर में ई-कॉमर्स सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिसप्लाई चेन को मजबूत बनाने की ज़रूरत है और इससे रोज़गार के हजारों नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। सभी नकर्मचारियों को हमारी हेल्थकेयर और वेलनेस पहल के तहत कवर किया जाएगा ताकि इस कठिन समय में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। कोविड-19 के दौरान अपने कर्मचारियों, ग्राहकों, विक्रेताओं और ईकोसिस्टम पार्टनर्स की सुरक्षा फ्लिपकार्ट की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कंपनी अपने वेयरहाउसों में सुरक्षा के सख्त नियमों और प्रोटोकॉल का पालन कर रही है। इसके साथ ही कोविड के समय सुरक्षित व्यवहार अपनाने को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। कंपनी अपनी सप्लाई चेन में अलग-अलग पदों पर रखे गए नए कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चला रही है। क्लासरूम और डिजिटल प्रशिक्षण के मेलजोल से उन्हें सप्लाई चेन मैनेजमेंट के बारे मं समझाया जा रहा है। ये प्रशिक्षण फ्लिपकार्ट के अपने लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) के साथ-साथ व्हाट्सऐप, ज़ूम और हैंगआउट जैसे मोबाइलएप्लिकेशन के माध्यम से दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान कस्टमर सर्विस, डिलिवरी, इंस्टॉलेशन और सुरक्षा व स्वच्छता उपायों के साथ-साथ हाथ से पकड़े जाने वाले उपकरणों, पीओएस मशीनों, स्कैनर, विभिन्न मोबाइल एप्लिकेशन्स और ईआरपी के बारे में सिखाया जाता है। उन्हें कोविड-19 से जुड़े सुरक्षा नियमों और प्रोटोकॉल्स के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे खुद के साथ-साथ ग्राहकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकें।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में स्थित 1215 शासकीय अस्पतालों में चलाया गया सफाई एवं सैनिटाइजेशन अभियानः अपर मुख्य सचिव नगर विकास

अभियान के तहत उठाया गया 1248.45 टन कूड़ा व सैनिटाइजेशन में इस्तेमाल किया गया 51118.85 किलोग्राम सोडियम हाइपोक्लोराइड : डॉ. रजनीश दुबे
प्रदेश भर में विशेष सैनिटाइजेशन व सफाई अभियान में लगाए गए 21541 कर्मचारी : डॉ. रजनीश दुबे
लखनऊ : मा. मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार शनिवार, रविवार और सोमवार को विशेष सफाई एवं सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रदेश भर के शासकीय अस्पतालों (मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी) के परिसर व आसपास के क्षेत्रों में सप्ताह में दो दिन शनिवार, रविवार को विशेष सैनिटाइजेशन व सफाई अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने जानकारी दी कि मा. मुख्यमंत्री जी के निर्देश एवं मार्गदर्शन पर नगर विकास विभाग द्वारा प्रदेश भर के नगरीय क्षेत्र में कोविड-19 के दृष्टिगत पूर्व से ही शनिवार, रविवार और सोमवार को विशेष सैनिटाइजेशन एवं सफाई अभियान चलाया जा रहा है। वहीं विशेष रूप से सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को प्रदेश भर में 1215 शासकीय अस्पतालों में सफाई एवं सैनिटाइजेशन अभियान चलाया गया। जिसमें 1248.45 टन कूड़ा उठाया गया है।
सैनिटाइजेशन व सफाई अभियान से संक्रमण मुक्त होंगे अस्पताल व आसपास का वातावरण : अपर मुख्य सचिव
कोविड 19 के दृष्टिगत मा मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार चलाए गए अभियान के तहत डॉ. रजनीश दुबे ने बताया कि दिनांक 22 व 23 मई 2021 को विशेष रूप से नगर विकास विभाग द्वारा नगरीय क्षेत्रों में 1215 शासकीय अस्पतालों में सैनिटाइजेशन किया गया। जिसमें 1248.45 टन कूडे़ का निस्तारण भी किया गया। सैनिटाइजेशन अभियान के तहत करीब 51118.85 किलोग्राम सोडियम हाइपोक्लोराइड का प्रयोग कर छिड़काव किया गया। जिससे सैनिटाइजेशन की गुणवत्ता पर असर न पड़े। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि दो दिन चलाए गए विशेष अभियान में प्रदेश भर के अस्पतालों में वृहद स्तर पर विसंक्रमण की कार्यवाही की गई। इसमें 305 मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, 578 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), 332 नगरीय स्वास्थ्य केंद्र व अन्य अस्पतालों को सैनिटाइज किया गया। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस अभियान के दौरान इन दो दिनों में निकाय क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पताल व संस्थागत केंद्रों के परिसर के भीतर एवं बाहर के क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था एवं विसंक्रण की कार्यवाही की जा रही है। इस विशेष सफाई अभियान से अस्पताल के परिसर भी संक्रमण मुक्त रहेंगे साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी विसंक्रमित रहेंगे। जिससे कोविड-19 के संक्रमण को भी रोकने में सफलता मिलेगी। प्रदेश भर में इस विशेष सैनिटाइजेशन व सफाई अभियान में कुल 21541 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं।