
मूसलाधार बारिश के बाद लखनऊ में मंडलायुक्त व नगर आयुक्त की सक्रियता, जलभराव निस्तारण में जुटा प्रशासन
मूसलाधार बारिश के बाद लखनऊ में मंडलायुक्त व नगर आयुक्त की सक्रियता, जलभराव निस्तारण में जुटा प्रशासन
लखनऊ: बुधवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद हालात को देखते हुए मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब और नगर आयुक्त गौरव कुमार ने तत्काल अलर्ट मोड अपनाते हुए अभियंत्रण विभाग, जोनल सेनेटरी अधिकारियों, एसएफआई और सभी सुपरवाइजर्स को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय होकर जलभराव निस्तारण शुरू करने के निर्देश दिए।निर्देश मिलते ही नगर निगम की टीमें रात से ही फील्ड पर उतर गईं। मुख्य बाजारों, चौराहों, अस्पतालों और आवासीय इलाकों में पानी निकासी के लिए पंपिंग सेट और डीवाटरिंग मशीनें लगाई गईं। नालों और नालियों में जमा कचरा हटाने का कार्य तेज कर दिया गया, ताकि जल निकासी में कोई बाधा न आए।देर रात मंडलायुक्त और नगर आयुक्त ने विधानसभा भवन के आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां जलभराव की स्थिति गंभीर है, वहां अतिरिक्त संसाधन और कर्मचारियों की तैनाती कर तुरंत राहत कार्य किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश थमते ही पानी का स्तर तेजी से घटे और यातायात सामान्य हो सके।अभियंत्रण विभाग के इंजीनियरों को सभी पंपिंग स्टेशनों को लगातार चालू रखने और आवश्यकता पड़ने पर मोबाइल पंपिंग यूनिट भेजने के निर्देश दिए गए। जोनल सेनेटरी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतत निगरानी रखने और सफाई कार्यों की रफ्तार बढ़ाने को कहा गया।नगर निगम की सफाई टीमें मंगलवार रात से ही नालियों, नालों और जलभराव वाले इलाकों में काम में जुटी हैं। विशेष ध्यान स्कूलों, अस्पतालों और बाजारों के आसपास के क्षेत्रों पर दिया जा रहा है, ताकि आमजन को न्यूनतम असुविधा हो।नगर आयुक्त गौरव कुमार ने नागरिकों से अपील की कि यदि कहीं जलभराव की समस्या दिखे, तो टोल-फ्री नंबर 1533 पर कॉल कर तुरंत सूचना दें। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाएगा और बारिश के दौरान नगर निगम की टीमें 24 घंटे फील्ड पर तैनात रहेंगी।मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि जलभराव निस्तारण के साथ-साथ संभावित स्वास्थ्य समस्याओं की रोकथाम के लिए क्लोरीन मिश्रित पानी का छिड़काव और मच्छरों से बचाव के उपाय तुरंत शुरू किए जाएं।प्रशासन का दावा है कि समन्वित प्रयासों के जरिए शहर में जलभराव की समस्या को जल्द नियंत्रित किया जाएगा और नागरिकों को सुरक्षित एवं सुविधाजनक माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।
