diwali horizontal

लखनऊ में फर्जी सरिया चोरी केस का खुलासा: इंस्पेक्टर और चार दरोगाओं पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज

0 37

लखनऊ: बंथरा पुलिस द्वारा बेगुनाहों को फर्जी सरिया चोरी केस में फंसाने का खुलासा, इंस्पेक्टर और चार दरोगाओं पर FIR दर्ज

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में पांच वर्ष पहले किए गए एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। एंटी करप्शन टीम की विस्तृत जांच में सामने आया कि बंथरा थाने की पुलिस ने मिलकर एक लोहा कारोबारी सहित चार निर्दोष लोगों को फर्जी सरिया चोरी के मामले में फंसा कर जेल भेजा था। जांच रिपोर्ट के आधार पर पीजीआई थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर क्राइम व चार दरोगाओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

क्या है पूरा मामला?

एंटी करप्शन में तैनात इंस्पेक्टर नुरुल हुदा खान की ओर से दर्ज कराई गई FIR में बताया गया कि 31 दिसंबर 2020 को बंथरा पुलिस ने कथित तौर पर 18 पीस सरिया चोरी के फर्जी केस में निम्न लोगों को गिरफ्तार किया था—

  • विकास गुप्ता (लोहा कारोबारी)

  • दर्शन जाटव (डाला चालक)

बाद में पुलिस ने इनके बनाए हुए मनगढ़ंत बयान के आधार पर इन लोगों को भी आरोपी बना दिया:

  • लालता सिंह (पूर्व बीडीसी सदस्य रंजना सिंह के पति)

  • कौशलेंद्र सिंह (पुत्र)

  • सतीश सिंह

  • कल्लू गुप्ता

इनमें से लालता सिंह और कल्लू को वर्ष 2022 में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

लालता सिंह की पत्नी रंजना सिंह लगातार DGP व शासन से शिकायत करती रहीं, जिसके बाद मामले की जांच एंटी करप्शन संगठन को सौंपी गई।

जांच में फर्जीवाड़ा साबित

इंस्पेक्टर नुरुल हुदा की जांच में यह उजागर हुआ कि:

  • सरिया चोरी की घटना पूरी तरह से मनगढ़ंत थी।

  • पुलिसकर्मियों ने साजिश के तहत झूठे साक्ष्य तैयार कर निर्दोष लोगों को दोषी बनाया।

  • केस दर्ज करने और गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी तरह से दुरुपयोग थी।

कौन-कौन पर दर्ज हुआ केस?

जांच रिपोर्ट के आधार पर 3 दिसंबर को पीजीआई थाने में निम्न पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया:

पद नाम
तत्कालीन इंस्पेक्टर क्राइम प्रहलाद सिंह
दरोगा संतोष कुमार
दरोगा राजेश कुमार
दरोगा दिनेश कुमार
दरोगा आलोक कुमार सिंह

 

विभागीय कार्रवाई भी शुरू

डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने पुष्टि की कि FIR दर्ज हो चुकी है और जांच आगे बढ़ रही है।

  • आरोपी दरोगा आलोक कुमार सिंह, जो पुलिस लाइन लखनऊ में तैनात हैं, निलंबित किए जाएंगे।

  • अन्य आरोपी जो वर्तमान में बहराइच में तैनात हैं, उनके खिलाफ निलंबन व विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.