
जन शिक्षण संस्थान ने प्रेरणा गर्ल्स स्कूल में असिस्टेंट ड्रेस मेकर प्रशिक्षण शुरू किया, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
जन शिक्षण संस्थान ने प्रेरणा गर्ल्स स्कूल में असिस्टेंट ड्रेस मेकर प्रशिक्षण शुरू किया, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
लखनऊ: कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत जन शिक्षण संस्थान, लखनऊ द्वारा प्रेरणा गर्ल्स स्कूल की किशोरियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में 240 घंटे के असिस्टेंट ड्रेस मेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों को परिधान निर्माण की व्यावहारिक और गुणवत्तापूर्ण तकनीकों में दक्ष किया जाएगा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनोज चौरसिया, उपायुक्त, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र, लखनऊ ने प्रतिभागियों से सीएम युवा उद्यमी विकास योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बिना गारंटी और ब्याज के 5 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे महिलाएं अपने हुनर को उद्यम में बदल सकती हैं। उन्होंने कहा कि “इस योजना के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और यह युवाओं में आत्मनिर्भरता का मजबूत आधार बन रही है।”जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद प्रतिभागियों को भारत सरकार के ‘सिद्ध’ पोर्टल से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार और स्वरोजगार में आसानी होगी।इस अवसर पर इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन (आईआईए) महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख आनंदी अग्रवाल ने कहा कि “महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। विकसित भारत अभियान में उनकी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।” उन्होंने प्रतिभागियों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।लायंस क्लब इंटरनेशनल के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर मुकेश जैन ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए निकट भविष्य में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित करने की घोषणा की।कार्यक्रम का संचालन वर्चस्व वेलफेयर सोसाइटी की प्रमुख और संस्थान की सहयोगी प्रतिभा बालियान ने किया, जबकि संयोजन का कार्य संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी पन्नालाल ने संभाला। प्रेरणा गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्य राखी पंजवानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी साझा की।इस अवसर पर लगभग 50 प्रतिभागी और अतिथि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से किशोरियों और महिलाओं को न केवल हुनर सिखाया जाएगा, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का भी मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
