
लखनऊ: नगर आयुक्त ने जोन–8 और जोन–7 में विकास कार्यों का किया व्यापक निरीक्षण, लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
लखनऊ: नगर आयुक्त ने जोन–8 और जोन–7 में विकास कार्यों का किया व्यापक निरीक्षण, लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
लखनऊ: नगर आयुक्त गौरव कुमार ने शनिवार को शहर के विकास कार्यों की गति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जोन–8 और जोन–7 के विभिन्न स्थलों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम की प्राथमिकता नागरिक सुविधाओं में सुधार, सार्वजनिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे का सुदृढ़ीकरण है, जिसके लिए सभी विभागों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य करने होंगे।निरीक्षण की शुरुआत जोन–8 के सेक्टर–19 स्थित पासी चौराहे से हुई, जहाँ आगामी कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर उन्होंने विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने वीरांगना रानी ऊदा देवी की प्रतिमा स्थापना से जुड़े कार्य, मंच निर्माण, साज-सज्जा और कार्यक्रम स्थल की समग्र व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने नगर अभियंता को स्पष्ट रूप से कहा कि प्रतिमा और इससे संबंधित सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएँ। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि चौराहे की स्वच्छता में कोई भी कमी न रहे, जिसके लिए जोनल सेनेटरी ऑफिसर को निरंतर निगरानी रखने को कहा गया। साथ ही, हाटिकल्चर एवं गार्डन वेस्ट से जुड़े कार्यों को तेज गति से पूरा करने और पूरे क्षेत्र को कार्यक्रम के अनुरूप आकर्षक रूप में तैयार करने के निर्देश गार्डन सुपरिटेंडेंट को दिए गए।पासी चौराहे के निरीक्षण के दौरान विधान परिषद सदस्य रामचंद्र प्रधान के साथ जोन के अधिकारी, सेनेटरी टीम और नगर निगम के कर्मचारी भी मौजूद रहे। नगर आयुक्त ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनियमितता या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर गुणवत्ता और समयसीमा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कार्य करें।पासी चौराहे का निरीक्षण पूर्ण करने के बाद नगर आयुक्त जोन–7 की मनोरथा गौशाला पहुँचे। यहाँ उन्होंने गौशाला में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों की समीक्षा की और परिसर की भूमि के समुचित घेराव के निर्देश संपत्ति प्रभारी को दिए। उन्होंने कहा कि गौशाला की सुविधाओं का विस्तार नगर निगम की प्राथमिकता में है, इसलिए सभी कार्य निर्धारित समय में और निर्धारित मानकों के अनुसार पूरे किए जाएँ। उन्होंने गौशाला में जनशक्ति बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और निर्देश दिया कि सभी ब्लॉकों में पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध कराया जाए।गौशाला विकास कार्यों के अंतर्गत मुख्य द्वार के निर्माण सहित अन्य आवश्यक सुधार कार्यों को भी समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त ललित को कहा कि निर्धारित समयसीमा पूर्ण होने पर वे स्वयं सभी कार्यों का निरीक्षण करें, और यदि किसी भी प्रकार की शिथिलता, अनियमितता या अनुशासनहीनता पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदार या एजेंसी पर अर्थदंड लगाने के साथ-साथ ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई भी की जाए।नगर आयुक्त का यह निरीक्षण अभियान न केवल विकास कार्यों में तेजी लाने का प्रयास है, बल्कि यह साफ संकेत भी है कि नगर निगम शहर की सुविधाओं और सौंदर्यीकरण को लेकर पूरी गंभीरता के साथ काम कर रहा है और किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
