
दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी तोड़ने की कार्रवाई पर बोलीं मायावती, कहा- पुनर्वास के बिना उजाड़ना अन्यायपूर्ण
दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी तोड़ने की कार्रवाई पर बोलीं मायावती, कहा- पुनर्वास के बिना उजाड़ना अन्यायपूर्ण
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने दिल्ली में चल रही झुग्गी-झोपड़ी तोड़ने की कार्रवाई पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि वर्षों से राजधानी में रह रहे गरीबों और मजदूरों के घरों को बिना किसी पुनर्वास की व्यवस्था किए तोड़ा जाना पूरी तरह से अनुचित और अमानवीय है।ट्विटर (अब एक्स) पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने लिखा, “दिल्ली में सरकार द्वारा वर्षों से रह रहे गरीबों व मजदूरों के घरों को बिना पुनर्वास की व्यवस्था किए तोड़ा जाना उचित नहीं। सरकार पहले इनके लिए पुनर्वास व वहाँ सभी जरूरी सुविधाएँ देने का प्रबंध करके, तब उन्हें हटाए। तभी इन गरीब मजदूरों के साथ न्याय होगा। यही सभी की माँग है।”मायावती का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राजधानी के कई इलाकों में अतिक्रमण हटाने की मुहिम के तहत झुग्गियों को हटाया जा रहा है, जिससे सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। बीएसपी प्रमुख ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह ऐसे गरीब लोगों के पुनर्वास की स्पष्ट नीति बनाए और उनके मानवाधिकारों का सम्मान करे।विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी यही मांग है कि बेघरों के लिए पहले वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, ताकि उन्हें दोहरी मार—छत खोने और जीविका गंवाने—का सामना न करना पड़े।
