
पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती पर कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, उनके योगदान को याद किया
लखनऊ: महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने पंत जी के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, किसानों के हित में किए गए कार्यों तथा प्रशासनिक सुधारों को याद कर उन्हें नमन किया।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी निभाई। अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष करते हुए उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देश की आज़ादी के लिए अपना योगदान दिया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में प्रशासनिक सुधारों और किसानों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक कार्य किए। उन्होंने जमींदारी उन्मूलन अधिनियम पारित कर किसानों को राहत प्रदान की और पुलिस व्यवस्था व प्रशासन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस अवसर पर पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव, उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय, कैप्टन वंशीधर मिश्रा, पीसीसी सदस्य प्रशांत तिवारी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी पंडित गोविंद बल्लभ पंत के योगदान को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी नेताओं ने कहा कि पंत जी का जीवन देशभक्ति, त्याग और सेवा का आदर्श है और उनके विचार आज भी समाज को प्रेरित करते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित नेताओं ने यह भी कहा कि पंत जी का योगदान न केवल स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित रहा, बल्कि आज़ादी के बाद समाज के वंचित वर्गों, किसानों और प्रशासनिक व्यवस्था को सशक्त बनाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए वर्तमान पीढ़ी को सामाजिक न्याय, किसानों के हित और लोकतांत्रिक मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा लेनी चाहिए।श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और उनके विचारों से समाज को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस मौके पर उपस्थित सभी नेताओं ने पंत जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
