
13 राज्यों में गलन वाली ठंड का अलर्ट!
SEVERE COLD ALERT: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में *गलन वाली ठंड और कोहरे का अलर्ट* जारी किया है। इस अलर्ट के अनुसार उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदान वाले क्षेत्रों में तापमान में गिरावट के साथ ठंड बढ़ने की संभावना है। पहाड़ों में भारी बर्फबारी होने की भी चेतावनी दी गई है, जिससे ट्रैकिंग और पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को सतर्क रहने की जरूरत है। मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल समेत कुल *13 राज्यों में कोहरे और ठंड की स्थिति बनी रहेगी!
विशेषज्ञों का कहना है कि गलन वाली ठंड का मतलब है कि दिन के समय धूप निकलने के बावजूद रात के समय हवा बहुत ठंडी रहती है, जिससे लोगों को तेज ठंड और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय *सर्दी से संबंधित बीमारियों* जैसे जुकाम, खांसी और वायरल फीवर का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग विशेष सतर्क रहें। इसके अलावा, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण रास्ते बंद हो सकते हैं और यात्रियों को नुकसान हो सकता है।
IMD ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वे *आपातकालीन सेवाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं* को तैयार रखें और लोगों को सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करें। सड़क पर ड्राइविंग करने वालों को *कोहरे और बर्फबारी के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने* की सलाह दी गई है। किसानों को भी अलर्ट किया गया है कि ठंड और बर्फबारी से फसलों को नुकसान न हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाएं।

विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस समय हवा में नमी अधिक होने के कारण कोहरा अधिक घना रहेगा और सुबह के समय दृश्यता बहुत कम हो सकती है। इससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यातायात पुलिस और प्रशासन की टीमों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बिजली और संचार सुविधाओं में अस्थायी व्यवधान भी हो सकता है।

कुल मिलाकर, IMD का यह अलर्ट देश के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में *गलन वाली ठंड, बर्फबारी और कोहरे के लिए लोगों को सतर्क रहने* के लिए है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सुबह-शाम के समय ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, यात्रा सावधानी से करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को भी आपातकालीन तैयारियों को सुनिश्चित करना होगा ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत राहत कार्य किया जा सके।