
लखनऊ में लिफ्ट के बहाने सुनसान स्थान पर ले जाकर लूटपाट करने वाले दो इनामी बदमाश गिरफ्तार
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के सैरपुर थाना क्षेत्र में लिफ्ट देने के बहाने सुनसान स्थान पर ले जाकर मारपीट और लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर इनामी बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान अमन यादव और सुजीत यादव के रूप में हुई है, जिनके ऊपर ₹25-25 हजार का इनाम घोषित था। दोनों अभियुक्त एक ही गांव के निवासी हैं और घटना के बाद से ही लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे।यह मामला 5 अप्रैल 2025 की रात का है, जब सीतापुर जनपद के रहने वाले अनुज कुमार नामक व्यक्ति लखनऊ के सेवा कट के पास घर जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे थे। काफी देर इंतजार के बाद एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिज़ायर कार (UP32PN2336) में सवार युवकों ने उन्हें लिफ्ट दी। कार में बैठते ही उन्होंने कार का दरवाजा लॉक कर दिया और किसान पथ की ओर सुनसान इलाके में ले जाकर गाली-गलौज करते हुए पीड़ित के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित से 250-300 रुपये नकद और एक मल्टीमीडिया मोबाइल फोन लूट लिया। यही नहीं, उन्होंने गूगल पे का पिन लेकर पीड़ित के खाते से 6000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए और फिर उसे कार से धक्का देकर भाग निकले।इस वारदात की सूचना अनुज कुमार ने दो दिन बाद 7 अप्रैल को थाना सैरपुर पहुंचकर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की और मामले में प्रयुक्त कार, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल नंबर व वाहन स्वामी के विवरण के आधार पर पांच अभियुक्तों की पहचान की। इनमें से तीन अभियुक्त—अयान, रवि शुक्ला और हिमांशु शुक्ला को पहले ही 9 अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनकी गिरफ्तारी के समय घटना में प्रयुक्त कार और लूट के पैसे भी बरामद किए गए थे।बाकी बचे दो अभियुक्त अमन यादव और सुजीत यादव को पुलिस ने शनिवार को मुखबिर की सूचना पर किसान पथ स्थित लोधमऊ अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्त भगमतखेड़ा बसरैला, थाना काकोरी के रहने वाले हैं और पेशे से ड्राइवर हैं। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर आवश्यक विधिक कार्रवाई के उपरांत न्यायालय भेज दिया।गिरफ्तार अभियुक्तों में से अमन यादव का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। उसके विरुद्ध थाना पारा, लखनऊ में चोरी का एक मामला दर्ज है। पुलिस इस गिरोह के अन्य संभावित साथियों और इनके आपराधिक नेटवर्क की भी जांच कर रही है।सैरपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार कोरी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम में उपनिरीक्षक अनुज कुमार गुप्ता, मोनू कुमार, कुलदीप सिंह, संदीप मिश्रा, हेड कांस्टेबल फिरासत अली और कांस्टेबल विकास सरोज व प्रवेन्द्र कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्रवाई से क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हो गया है और आमजन में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
