
लखनऊ में सक्रिय वाहन चोरों का पर्दाफाश, पीजीआई पुलिस ने तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की सात मोटरसाइकिलें बरामद कीं
लखनऊ में सक्रिय वाहन चोरों का पर्दाफाश, पीजीआई पुलिस ने तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की सात मोटरसाइकिलें बरामद कीं
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनकी चोरी की सात मोटरसाइकिलें बरामद कर ली हैं। आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमों के आधार पर की गई इस गिरफ्तारी से चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने में मदद मिली है।पीजीआई पुलिस टीम ने बरौली फ्लाईओवर के नीचे, उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास से इन तीनों आरोपियों को दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में प्रिंस यादव, शैलेंद्र यादव और सूरज शामिल हैं, जो मूल रूप से अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते हैं और लखनऊ में सक्रिय थे। पुलिस के मुताबिक ये आरोपी सुरक्षा गार्ड और सेटरिंग के काम से जुड़े हैं तथा पैसे की लालच और शौक पूरा करने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।पुलिस को इस गिरोह के खिलाफ जांच की शुरुआत तब हुई जब सेक्टर-12, कहलोन के सामने से एक सुपर स्प्लेंडर बाइक चोरी होने की सूचना मिली। इसके बाद मलौली और सेक्टर-12 के आसपास अन्य बाइक चोरी की घटनाएं भी सामने आईं, जिनमें अपाचे और फोनेक्स बाइक शामिल थीं। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने लगातार छानबीन और तकनीकी-साक्ष्यों के आधार पर अभियान चलाया और अंततः गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे तीनों दोस्त हैं जो मिलकर बाइक चोरी करते थे और चोरी के वाहनों को या तो बेच देते थे या उनके पार्ट्स अलग कर बाजार में सप्लाई करते थे। इनके कब्जे से बरामद मोटरसाइकिलों में से चार पूरी हालत में थीं जबकि तीन मोटरसाइकिलें खोल दी गई थीं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए हैं जिनमें वाहन चोरी, मारपीट और धमकी शामिल हैं।इस महत्वपूर्ण सफलता पर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी ने पीजीआई थाना पुलिस टीम को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें, उचित लॉकिंग व्यवस्था करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को समय से दें ताकि चोरी की घटनाओं को रोका जा सके।यह गिरफ्तारी न केवल पीजीआई थाना क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाओं को कम करने में मददगार साबित होगी, बल्कि यह पुलिस की सक्रियता और सतर्कता का भी परिचायक है, जिससे आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है।
