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इन 12 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से कटेगा?

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इन 12 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से कटेगा?

इंडिया Live: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर यह बात तेजी से फैल रही है कि कुछ लोगों के वोटर कार्ड जल्द ही रद्द होने वाले हैं और “12 लोगों की लिस्ट” तैयार हो चुकी है जिनके नाम वोटर-लिस्ट से हट सकते हैं। इस खबर ने लोगों में काफी डर और टेंशन पैदा कर दी है। हर कोई यही सोच रहा है कि क्या सच में वोटर-लिस्ट से नाम काट दिए जाएंगे और क्या वह 12 लोग कौन हैं जिनके नाम हटाए जा सकते हैं। इसी बीच चुनाव आयोग पूरे देश में वोटर-लिस्ट की सफाई यानी चेकिंग का काम कर रहा है, जिसमें पुराने, गलत या दो-दो बार दर्ज हुए नाम हटाए जा रहे हैं और सही लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं। चुनाव आयोग अक्सर यह काम चुनाव से पहले करता है ताकि वोटिंग के समय कोई गड़बड़ी न हो।

इस बार वोटर-लिस्ट की जांच ज़रा सख्ती से हो रही है। कई राज्यों में पता चला है कि बहुत से लोग या तो दूसरी जगह चले गए हैं, या उनकी एंट्री दो बार हो गई है, या वे अब इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसे नाम हटाना ज़रूरी होता है ताकि फर्जी वोटिंग न हो सके। इसी वजह से कई जगहों पर बड़ी संख्या में नाम हटाए जा रहे हैं। लेकिन लोगों में डर इसलिए बढ़ा है क्योंकि यह अफवाह फैल गई कि “12 लोगों का नाम तय हो चुका है” जिन्हें सूची से हटाया जाएगा। सच यह है कि चुनाव आयोग की तरफ से ऐसी कोई आधिकारिक लिस्ट जारी नहीं की गई है जिसमें ऐसे 12 खास लोगों का नाम लिखा हो। न कोई सरकारी घोषणा हुई है, न किसी बड़े समाचार चैनल ने ऐसी कोई पुष्टि की है।

चुनाव आयोग का कहना है कि अगर किसी का नाम गलती से हट भी जाए, तो वह व्यक्ति आसानी से दोबारा अपना नाम जुड़वा सकता है। इसके लिए सिर्फ एक फॉर्म भरना होता है या ऑनलाइन भी यह काम किया जा सकता है। आयोग ने साफ कहा है कि किसी भी योग्य नागरिक का वोट काटने का कोई इरादा नहीं है। अगर किसी नागरिक के दस्तावेज सही हैं, तो उसका नाम लिस्ट में रहेगा और वह वोट भी कर सकेगा। इसलिए यह डर फैलाना कि “12 लोगों की खास लिस्ट है” — यह अभी सिर्फ एक अफवाह जैसा लगता है।

लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत इसलिए हो रही है क्योंकि वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट में बिना प्रमाण के कहा जा रहा है कि “12 लोगों के नाम कट जाएंगे”। लेकिन अभी तक न तो सरकार ने, न चुनाव आयोग ने, न किसी आधिकारिक स्रोत ने ऐसी किसी लिस्ट के बारे में कुछ बताया है। इसलिए ऐसी जानकारी पूरी तरह से सच नहीं मानी जा सकती। हाँ, यह सच है कि पूरे देश में वोटर-लिस्ट की जांच चल रही है और गलत या दोहरी एंट्री को हटाया जा रहा है। लेकिन यह भी उतना ही सच है कि नाम हटाने से पहले हर मतदाता को नोटिस, जांच और सुधार का मौका दिया जाता है।

लोगों में डर की वजह यह भी है कि अगर नाम गलती से हट गया तो वोटिंग के दिन पता चलेगा कि वे वोट नहीं कर सकते। यही कारण है कि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हर नागरिक को अपना नाम वोटर-लिस्ट में ऑनलाइन चेक कर लेना चाहिए, ताकि समय रहते सुधार करवाया जा सके। चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि किसी भी योग्य मतदाता के अधिकार पर कोई चोट नहीं की जाएगी और जिनके नाम हटाए गए हैं, उन्हें दोबारा नाम जोड़ने का पूरा मौका मिलेगा।

कुल मिलाकर, जो वीडियो वायरल हो रहा है कि “12 लोगों का नाम वोटर-लिस्ट से कटेगा” — अभी तक उसका कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आया है। यह डर जरूर है कि वोटर-लिस्ट अपडेट के दौरान कुछ नाम हट सकते हैं, लेकिन यह कब, क्यों और किन लोगों के हटेंगे — यह नियमों के मुताबिक जांच के बाद ही तय होता है, न कि किसी वायरल वीडियो या अफवाह के आधार पर। इसलिए लोगों से अपील है कि डरने के बजाय, अपना नाम सूची में चेक करें और सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।

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