
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में दो प्रमुख नागरिक केंद्रों का लोकार्पण किया, नगरीकरण को बताया समृद्ध भारत का आधार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में दो प्रमुख नागरिक केंद्रों का लोकार्पण किया, नगरीकरण को बताया समृद्ध भारत का आधार
गोरखपुर,लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की समृद्धि हम सभी के जीवन का संकल्प होना चाहिए। इसके लिए हर नागरिक को राष्ट्र के विकास में अपना योगदान देने का भाव रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में नगरीकरण की गति को अभूतपूर्व बल मिला है।मुख्यमंत्री गोरखपुर नगर निगम द्वारा राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत 14.22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अर्बन सिटीजन फैसिलिटेशन सेंटर और सीनियर सिटीजन केयर सेंटर के लोकार्पण अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दोनों भवनों का निरीक्षण किया और नगर निगम के राजस्व में वृद्धि के लिए अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए।गौरतलब है कि 11.72 करोड़ रुपये की लागत से बने अर्बन सिटीजन फैसिलिटेशन सेंटर में पेयजल, सीवरेज, सड़क, नाली, प्रकाश, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, टैक्स आदि सभी मूलभूत सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराई जाएंगी। यह केंद्र नगर निगम के जोन-3 के 16 वार्डों को कवर करेगा। वहीं, 2.5 करोड़ रुपये से बने सीनियर सिटीजन केयर सेंटर में बुजुर्गों के लिए कैफेटेरिया, योग, लाइब्रेरी, अखबार, धार्मिक साहित्य, बैठने की विशेष व्यवस्था और इंडोर गेम्स की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में “ईज ऑफ लिविंग” और “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” की भावना जरूरी है। नगर निगम द्वारा इस दिशा में किए जा रहे कार्य बेहद सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि पहले नागरिकों को प्रमाण पत्र बनवाने और टैक्स जमा करने के लिए भटकना पड़ता था, लेकिन अब यह सब एक ही स्थान पर संभव होगा। यह जनता की सहूलियत के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।उन्होंने कहा कि गोरखपुर अब पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख नगरीय केंद्रों में शामिल हो चुका है। यहां की 5 करोड़ जनसंख्या शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और रोजगार के लिए आश्रित है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले यहां केवल सिंगल लेन सड़कें होती थीं, आज फोरलेन और सिक्सलेन सड़कें हैं। वायुसेवा की बात करें तो अब यहां से 14 फ्लाइट्स संचालित हो रही हैं। रामगढ़ताल एक शानदार पर्यटन केंद्र बन चुका है और गरीबों के लिए वॉर्डों में उत्सव भवन बनाए जा रहे हैं।उन्होंने बताया कि पहले बरसात में शहर डूब जाया करता था, अब गोड़धोईया नाले के निर्माण से जलनिकासी की बेहतर व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने स्वच्छता पर विशेष बल देते हुए हर मोहल्ले में स्वच्छता समिति के गठन और ठेला-रेहड़ी वालों के पुनर्वास की आवश्यकता पर बल दिया ताकि यातायात बाधित न हो।मुख्यमंत्री ने स्ट्रीट लाइट्स का दिन में उपयोग न करने और बिजली की बचत पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि गोवंश और अन्य पशु सड़कों पर न दिखें, इसके लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने नगर निगम को बरसात से पहले नालों की सफाई और प्लास्टिक प्रतिबंध की तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश दिए।कार्यक्रम में सांसद रविकिशन शुक्ल और महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।