
यूपी में ड्रग माफियाओं पर बड़ा वार, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मिलेगी रेग्युलर फोर्स
उत्तर प्रदेश के युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अवैध नशे के सौदागरों और ड्रग माफियाओं के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने का फैसला किया है। इसके तहत एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) को और अधिक मजबूत किया जाएगा, ताकि नशे के नेटवर्क पर सख्ती से प्रहार किया जा सके।
ANTF को मिलेगी नियमित तैनाती
फिलहाल ANTF में तैनात पुलिसकर्मी प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं और नियतन के अनुसार बल की भारी कमी बनी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ANTF में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को रेग्युलर (नियमित) नियुक्ति दी जाए। साथ ही, नियतन के अनुसार अतिरिक्त पुलिस बल शीघ्र उपलब्ध कराया जाए।
इस निर्णय से ANTF की कार्यक्षमता बढ़ेगी और अवैध नशे के कारोबार पर कार्रवाई को और तेज व प्रभावी बनाया जा सकेगा।
150 से अधिक जांबाजों की होगी तैनाती
ANTF के आईजी अब्दुल हमीद ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में ANTF की समीक्षा बैठक की गई थी। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2022 में गठित ANTF में वर्तमान में 6 थाने और 8 यूनिट कार्यरत हैं। विभाग में कुल 386 पदों का नियतन है, जिसमें मुख्यालय, थाने और यूनिट शामिल हैं।
वर्तमान समय में केवल 236 पदों पर अधिकारी और कर्मचारी तैनात हैं, जबकि 150 से अधिक पद रिक्त हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद इन सभी पदों पर शीघ्र तैनाती की जाएगी। साथ ही, ड्रग माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए आधुनिक उपकरण और संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
नियतन संरचना
प्रत्येक ANTF थाने में 28 पुलिसकर्मियों की तैनाती का प्रावधान है, जिनमें निरीक्षक, उपनिरीक्षक, कंप्यूटर ऑपरेटर, मुख्य आरक्षी, आरक्षी और चालक शामिल हैं। वहीं प्रत्येक यूनिट में 18 अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती निर्धारित है।
सरकार का स्पष्ट संदेश है कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।