
रायबरेली: जिले में स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार डॉक्टरों की भर्ती वैकेंसी निकाली है स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर के रिक्त 24 पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार के बाद साइबर अपराधी सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
झारखंड में बैठे साइबर अपराधी ने कुछ अभ्यर्थियों को फोन कर भर्ती करने के लिए रुपए, की मांग की है ऑडियो सामने आने के बाद साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच मे झारखंड के जामताड़ा से कनेक्शन सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग में एमबीबीएस और डेंटल के बीच 24 पदों को भरने के लिए साक्षात्कार 7 फरवरी को हुआ था जिसमें एडीएम वित्त एवं राजस्व अमृता सिंह वरिष्ठ कोशा अधिकारी भावना श्रीवास्तव सीएमओ डॉक्टर नवीन चंद्रा व DPM राकेश सिंह की ओर से एक कमेटी बनाई गई जिसके लिए दंत रोग के एक पद पर 26 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार में शामिल हुए जबकि एमबीबीएस के 23 पद डॉक्टर के पदों के लिए 27 अभ्यर्थी ही शामिल हुए जल्दी इस परिणाम को घोषित करने के लिए साक्षात्कार के बाद अब साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए है मोबाइल फोन करके चयन सूची में नाम शामिल करने के लिए रूपयों की मांग कर रहे है अब तक 15 लोगों के पास फोन आया है जिनका ऑडियो वायरल हुआ है इस पर सीएमओ ने एसपी से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह के निर्देश पर साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी प्रथम दृश्य अभ्यर्थियों को फोन कर के रुपए मांग करने के वाले झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले हैं। पुलिस सभी को खंगाल रही है। सीएमओ कार्यालय से बोल रहा हूं डॉ वीरेंद्र कुमार के मोबाइल पर साक्षात्कार के बाद फोन आया उसने अपना नाम मिस्टर करन कुमार बताया वायरल ऑडियो में वह कह रहा है कि सीएमओ कार्यालय रायबरेली से बोल रहा हूं नियुक्ति के लिए अपने आवेदन किया है साक्षात्कार में आप फेल हो गए हैं पास होने के लिए उसने वीरेंद्र से सवाल भी पूछे। आडियो में करन ने कहा साक्षात्कार के बाद फाइल हमारे पास आई है फिर पास होना चाहते हो तो पैसे भेजे गए बैंक खाते में रुपए जमा कर दो आपकी सीट पक्की कर दी जाएगी इसी तरह अन्य को भी फोन करके ठगी का शिकार किया जा रहा है वही साइबर प्रभारी विंध्य विनय ने बताया कि अभ्यर्थियों को फोन करके रुपए मांगने की जांच की जा रही है अब तक की जांच में संबंधी मोबाइल नंबर झारखंड जामताड़ा होने की पुष्टि हुई है ।
वहीं सीएमओ नवीन चंद्रा ने बताया कि साक्षात्कार के बाद कार्यालय का फर्जी कर्मचारी बनकर अभ्यर्थियों से पैसा मांगने की बात आई है हमने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर दी है जांच की जा रही है।
किसी को पैसा नहीं देना पूरी चैन प्रक्रिया पारदर्शिता के तहत की गई है पैसा देने की कोई आवश्यकता नहीं है अगर कोई पैसा मांगता है तो हमसे शिकायत करें।