मुहर्रम और अज़ादारी ए हुसैन अ०
आग़ाज़ ए मुहर्रम के साथ साथ पुरानी विरासत और नये ख़्यालातों का एक और दौर शुरू होगा जिसमें मुहर्रम मे होने वाली अज़ादारी पर इस्लाही नज़रिए से ग़ौर करने के बजाय सिर्फ ख़ुद को सही और दूसरों को ग़लत साबित करने की होड़ होगी जबकि सही रास्ता अक्सर…
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