लखनऊ : पीजीआई के कोरोना वार्ड में भर्ती कनिका कि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद राहत की सांस ली है। हालांकि कनिका को अब सरोजनीनगर थाने में दर्ज मुकदमे का डर सताने लगा है। यही वजह है कि शनिवार को नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद कनिका ने अपने वकील से मुकदमें के सिलसिले में बात की।
बता दें कि 20 मार्च को कनिका को कोरोना का संक्रमण पॉजिटिव आने के बाद पीजीआई में भर्ती किया गया था। पिछले 16 दिन से उनका इलाज चल रहा है। इस दौरान उनके कई टेस्ट हुए लेकिन सभी के रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहे थेए जिस कारण परिजन चिंतित थे। दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण होने के बावजूद कनिका शहर में कई समारोह और पार्टियों में शामिल हुई थीं। आरोप है कि कनिका ने एयरपोर्ट पर भी जांच नही कराई थी। संक्रमण छुपाने पर कनिका के खिलाफ प्रशासन ने सरोजनीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कोरोना से ठीक होने के बाद उनको मुकदमे से निपटना हैए जिसको लेकर वे अभी से चिंतित हो गई हैं।
कनिका की एक बार और जांच होगी
पीजीआई कनिका की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद इसकी पुष्टि के लिए संक्रमण की दोबारा जांच कराएगा। दोबारा जांच नेगेटिव आने के बाद ही कनिका को पीजीआई से डिस्चार्ज किया जाएगा। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी सेहत में पिछले कुछ दिनों से सुधार आने शुरू हो गए थे। अब उन्हें सर्दीए खासी और बुखार भी नहीं है। हालांकि एक और रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें अस्पताल से छोड़ा जाएगा।
11 मार्च को लंदन से लखनऊ आई थीं कनिका
कनिका 11 मार्च को लंदन से लखनऊ आई थीं। इसके बाद उन्होंने 13ए 14 और 15 मार्च को होली से जुड़ी दो.तीन पार्टियों में शिरकत की थी। वे छोटे आयोजन थे और कुल मिलाकर कर इनमें 250 से 300 लोगों ने शिरकत की थी। कनिका की शिरकत वाली पार्टियों में अनेक राजनेता और अधिकारी भी शामिल हुएए जिनमें उत्तर प्रदेश के कुछ मंत्री भी थे।
वसुंधरा राजे समेत तमाम नेता थे पार्टी में मौजूद
कनिका की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वहां मौजूद रहे तमाम लोगों ने अपनी जांच कराई थी। हालांकि किसी में कोविड.19 की पुष्टि नहीं हुई। इसमें राजसथान की पूर्व मुख्यमत्री वसुंधरा राजेए सांसद व उनके बेटे दुष्यंत सिंहए उत्तर प्रदेश के स्वसास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंहए कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद समेत अन्य नेता और अधिकारी मौजूद थे।