
राज परिवार से ताल्लुक रखते है।प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद।
लखनऊ न्यूज: अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीति विभाग के प्रोफेसर अली खान यूपी के एक राज परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता महमूदाबाद रियासत के राजा थे. खुद काफी पढ़े लिखे शख्स थे. कई किताबें लिखीं. लेक्चर देने विदेशों में जाते थे. नेता भी बने. चुनाव भी जीता. उनकी मां राजपूत थीं. मां और पिता का प्रेम विवाह हुआ. जानते हैं प्रोफेसर अली खान के पिता के बारे में, जिनका नाम आज भी सीतापुर से लेकर लखनऊ तक बवह शानदार शख्सियत थे. उन्होंने एक राजपूत लड़की से प्रेम विवाह किया. उनकी पत्नी राजस्थान के राजपूत घराने से थीं. ससुर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के करीब और देश के पूर्व विदेश सचिव थे. उनकी प्रेम कहानी भी जबरदस्त है. शादी के बाद उनकी पत्नी रानी विजया खान के नाम से जानी गईं.
उनके दो बेटे यानि प्रोफेसर अली खान और अमीर हसन खान एकेडमिक फील्ड से जुड़े हैंहुत सम्मान के साथ लिया जाता है. उनके पिता राजा महमूदाबाद का अक्टूबर 2023 में इंतकाल हुआ. उनके बारे में जितना कहा जाता है, उससे उन्हें लेकर दिलचस्पी और बढ़ती जाती है. अवध के सबसे अमीर राजसी परिवार के वारिस के तौर पर वह बड़े साम्राज्य और संपत्ति के मालिक थे. उन्होंने 40 सालों से कहीं ज्यादा समय तक शत्रु प्रापर्टी में डाल दी गई अपनी संपत्तियों को पाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी. दो बार उत्तर प्रदेश में विधायक रहेकुल मिलाकर ये परिवार जेहनियत और नफासत से जितना जुड़ा था उतना ही तालिम से भी. सीतापुर में 22 सालों से पत्रकारिता कर रहे ज़ीशान क़दीर कहते हैं, “मैं इस परिवार को लंबे समय से जानता हूं. राजा साहब हमेशा यही कहते थे कि जिंदगी में कुछ सबसे जरूरी है तो वो है पढ़ाई है ना कि लड़ाई. वह जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक तौर पर मदद करते थे. इसके लिए फंड भी बना रखा था. राजा महमूदाबाद पहले लखनऊ में ला मार्टिनियर में पढ़े और फिर कैंब्रिज में पढ़ने चले गए. राजा महमूदाबाद के पिता यानि प्रोफेसर अली खान के बाबा मोहम्मद खान जिन्ना के करीब थे. मुस्लिम लीग के बड़े नेताओं में एक. जब पाकिस्तान बना तो वह वहां चले गए. वहां की सियासत में भी उनका सिक्का खूब चला लेकिन प्रोफेसर अली खान के पिता अपनी मां के साथ भारत में ही रह गए. उनकी मां भी राजस्थान के बिल्हौर रियासत से ताल्लुक रखती थीं.