लखनऊ : बलिया में पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय आत्महत्या मामले में मृतका के भाई ने भाजपा नेता सहित पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है। बुधवार को दी गयी तहरीर में महिला के भाई ने भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, विनोद, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश, महिला अधिकारी के ड्राइवर व पूर्व अधिशासी अधिकारी संजय राव को आरोपी बनाया है। मृतक महिला अधिकारी के भाई का कहना है कि इन लोगों ने साजिश रचकर मणि मंजरी राय को आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
आरोप है कि शासन से विकास कार्य के लिए मिले 2 करोड़ रुपए में हेरफेर करने के लिए पीसीएस अधिकारी पर दबाव बनाया जा रहा था। आरोपी अपनी-अपनी फर्मों को टेंडर देने के लिए दबाव बना रहे थे। महिला अधिकारी ने इसकी शिकायत डीएम से भी की थी। वरिष्ठ अधिकारियों, नेताओं और माफियाओं के दबाव में आकर मणि मंजरी ने आत्महत्या कर ली।
बरामद हुआ था सुसाइड नोट
बता दें कि बीते सोमवार की रात बलिया शहर के कोतवाली क्षेत्र में आवास विकास काॅलोनी में किराए पर रहने वाली पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय का शव लटकते हुए पाया गया था। मंगलवार सुबह अधिकारी द्वारा आत्महत्या की जानकारी होते ही जिले में हड़कंप मच गया। मणि मंजरी के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। जिसमें उन्होंने कुछ लोगों पर साजिश के तहत आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
पिता ने कहा, मेरी बेटी आत्महत्या करने वालों में नहीं…
घटनास्थल पर पहुंचे पिता जय ठाकुर राय ने बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने मणि मंजरी द्वारा आत्महत्या की बात को साफ मना कर दिया था। पिता जय ठाकुर ने बताया था कि मणि मंजरी ने तमाम गलत कार्यों पर रोक लगा दी थी। कुछ लोग फर्जी पेमेंट के लिए उसे परेशान कर रहे थे। रविवार को फोन पर हुई बातचीत में पीसीएस अधिकारी ने अपने ड्राइवर की भी बात कही थी। पिता ने कहा कि मेरी बेटी आत्महत्या करने वालों में से नहीं है, उसकी हत्या हुई है