
इंडिया Live: महाराष्ट्र के जलगांव में परांडा स्टेशन के पास भीषण ट्रेन हादसा हुआ है. यह हादसा तब हुआ जब बुधवार शाम मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस के कम से कम 12 यात्री चेन खींचने की घटना के बाद ट्रेन से उतर गए. इसके बाद विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया. इस हादसे में अब तक 12 लोगों के मौत की खबर आ चुकी है. इस बीच सरकार ने मृतकों और घायलों के परिवार के लिए सहायता राशि की घोषणा की है.
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने जलगांव रेल हादसे पर कहा, “मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल में लगातार रेल हादसे हो रहे हैं. बालासोर हादसे के बाद से अब तक दर्जनों रेल हादसे हो चुके हैं और सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. मुझे अफसोस है कि पहले रेल मंत्री हादसों के बाद इस्तीफा दे देते थे लेकिन मौजूदा रेल मंत्री न तो कोई बयान जारी करते हैं, न ही इस्तीफा देते हैं और न ही कोई उनसे इस्तीफा मांगता है. उन्हें लाल बहादुर शास्त्री का कार्यकाल दिखाया जाना चाहिए कि कैसे उन्होंने एक हादसे पर इस्तीफा दिया था, तो शायद उनकी अंतरात्मा जाग जाए.
जलगांव दुर्घटना में मृत्यु पर 1.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों पर 50,000 और साधारण घायलों पर 5,000 सहायता राशी देने की घोषणा की गई है. हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने इस हादसे को लेकर X पर पोस्ट किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.
जलगांव के पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने कहा कि यात्री, जिनमें से ज़्यादातर जनरल डिब्बे के थे, ट्रेन में आग लगने की अफ़वाह से घबरा गए और ट्रेन से कूद गए. पाटिल ने कहा, ”चेन खींचने की घटना हुई, जिसके कारण आपातकालीन ब्रेक लगाने पर ट्रेन अचानक रुक गई. ब्रेक के घर्षण के कारण पटरियों से चिंगारियाँ निकलने लगीं. जनरल डिब्बे में बैठे यात्री, ट्रेन में आग लगने के डर से, दोनों निकास द्वारों से कूद गए. कर्नाटक एक्सप्रेस, जो बगल की पटरियों पर विपरीत दिशा से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आ रही थी