
लखनऊ : यूपी की राजधानी में कुछ दिनों की राहत के बाद कोरोना वायरस का खतरा अचानक बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना से मौत का क्रम थम नहीं रहा है। बुधवार को लखनऊ में 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। इनका इलाज किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में चल रहा था। मधुमेह की बीमारी के चलते गुर्दे खराब हो गए थे। फेफड़ों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा था। डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा था। लेकिन बुधवार दोपहर बाद बुजुर्ग की मौत हो गई।
यह लखनऊ में कोरोना से पहली मौत है। जबकि प्रदेश में अब तक 12 लोगों की जान गई है। मृतक लखनऊ के नजीराबाद का रहने वाला था। इसके भाई और रिश्तेदार की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी है। कोरोना संक्रमित मोहम्मद शरीफ दस से 13 अप्रैल तक मौसम बाग स्थित अस्पताल में भर्ती था। तीन दिन पहले से ही इसका इलाज चल रहा था। सीएमओ की तरफ से उससे सम्पर्क में आने वाले कर्मचारियों का आंकडा जुटाया जा रहा है।
इससे पहले मंगलवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में जांच किए गए सैंपल में से 45 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। पॉजिटिव पाए गए मरीजों में से 31 लखनऊ के हैं। इसके साथ ही यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 68 तक पहुंच गई है। बुधवार को जारी रिपोर्ट में केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह के मुताबिक, नौ वर्ष की बच्ची समेत एक साथ 31 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। अब तक लखनऊ के संक्रमित मरीजों की संख्या 68 हो गई है।
वहीं लखनऊ में भर्ती अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 86 पहुंच गई है, जिसमें सहारनपुर के 19 तब्लीगी भी शामिल हैं। पॉजिटिव लोगों में 9 वर्ष से लेकर 16 वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं। इनमें से अधिकतर नजीराबाद और सदर इलाके के रहने वाले हैं