
लखनऊ : शहरे अज़ा लखनऊ में इमाम हजरत मूसा काजिम अलैहिस्सलाम की शहादत के अवसर पर छोटा इमामबाड़ा में 3 दिनों की मजलिसों का सिलसिला शुरू हो गया। यह मजलिसें 24, 25 और 26 जनवरी को होगी।
24 जनवरी को पहली मजलिस को आली जनाब मौलाना कल्बे सादिक खान साहब, प्रिंसिपल हौज़ा ए इल्मिया तलोजा मुम्बई ने खिताब किया। मजलिस में मौलाना ने इमामे मूसा काजिम अलैहिस्सलाम के फजायल बयान किये। मौलाना ने कहा कि कुरान ने अल्लाह, रसूल और ऊलिल अम्र की इताअत का हुक्म दिया है।
मौलाना ने ऊलिल अम्र की वजाहत करते हुए कहा कि बारह इमाम जो कायनात में सबसे अफ़ज़ल और मासूम हैं। अल्लाह ने इनकी इताअत का हुक्म दिया है। मौलाना ने फत्हे ख़ैबर का भी ज़िक्र किया इसके अलावा मौलाना ने इमाम की विलादत का ज़िक्र करते हुए उस पर रौशनी डाली। मौलाना ने कहा कि दादी के दयार में पोते की विलादत हुई।
इसके अलावा मौलाना ने बारह इमाम के हवाले से गुफ्तगू करते हुए फजायल पर रौशनी डाली दूसरी और तीसरी मजलिस 25, 26 जनवरी को शब में ठीक 7.30 बजे मुनअकिद होगी। 26 जनवरी को मजलिस के बाद कैदखाने बगदाद का पुरसोज़ मंज़र पेश किया जाएगा।
इसके अलावा जनाबे अबुतालिब अ.स का ताबूत बरामद होगा और पुल ए बगदाद का मंजर पेश किया जाएगा यह जानकारी खादिमाने इमाम मूसा काजिम अ.स ने दी।