
अमेरिका/ नई दिल्ली: अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए सिखों ने ट्रंप प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके मुताबिक अमेरिकी सुरक्षाबलों ने उन्हें पगड़ी उतारने के लिए मजबूर किया. यही नहीं, अमेरिकी सैनिकों ने उनकी पगड़ी को कूड़ेदान में डाल दिया. 36 घंटे की फ्लाइट के दौरान भी उन्हें पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं थी. इस दौरान सभी लोगों के हाथों में हथकड़ियां और पैरों में जंजीरें थीं।
23 साल के जतिंदर ने बताया कि वो रविवार के दिन अमृतसर पहुंचे. जतिंदर ने बताया कि उन्होंने एक एजेंट को डंकी रूट से अमेरिका ले जाने के लिए 50 लाख रुपये दिए थे. लेकिन 27 नवंबर के दिन अमेरिका की सीमा में प्रवेश करते ही उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद पुलिस ने उन्हें दो सप्ताह तक हिरासत में रखा.
जतिंदर ने अमेरिकी अधिकारियों पर उन्हें पगड़ी उतारने के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया, “जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने कहा कि यह उनका नियम है और मेरी पगड़ी को कूड़ेदान में फेंक दिया गया
मुझे दिन में सिर्फ दो बार खाना दिया जाता जिसमें केवल चिप्स और जूस होता था.”
जतिंदर का ये भी दावा है कि वापसी के दौरान एयर कंडीशनर का तापमान बहुत कम कर दिया गया और हीटर बढ़ा दिया गया. इससे उनकी त्वचा सूख गई.